UP D.EL.ED 1st Semester Syllabus

सैद्धांतिक विषय

  1. बाल विकास एवं सीखने की प्रक्रिया (child Development And Learning Process)
  2. शिक्षण अधिगम के सिद्धांत (Principles of Teaching Learning )

सामान्य विषय

  1. विज्ञान
  2. गणित
  3. सामाजिक अध्ययन
  4. हिन्दी
  5. संस्कृत
  6. कंप्यूटर

प्रायोगिक या सत्रिय कार्य

  1. कला शिक्षण
  2. संगीत शिक्षण
  3. शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य

बाल विकास एवं सीखने की प्रक्रिया: (प्रथम प्रश्न पत्र )

विषयवस्तु : बाल विकास एवं सीखने की प्रक्रिया

बाल विकास

  • बाल विकास का अर्थ, आवश्यकता तथा क्षेत्र।
  • बाल विकास की अवस्थाएँ (शैशवावस्था, बाल्यावस्था, किशोरावस्था) एवं इनके अन्तर्गत होने वाले, विकास।
  • शारीरिक विकास।
  • मानसिक विकास( बुद्धि, बुद्धिलब्धि (आई, क्यू) बुद्धि परीक्षण)।
  • संवेगात्मक विकास।
  • संज्ञानात्मक विकास (पियाजे का सिद्धान्त)।
  • सामाजिक विकास।
  • भाषा विकास-अभिव्यक्ति क्षमता का विकास।
  • सृजनात्मकता एवं सृजनात्मक क्षमता का विकास।
  • व्यक्तित्व का विकास-अर्थ, प्रकार (अन्तर्मुखी, बहिर्मुखी, उभयमुखी)।
  • व्यक्तित्व परीक्षण के तरीके एवं समायोजन के उपाय।
  • वैयक्तिक भिन्नता-अर्थ, कारक एवं महत्व।
  • कल्पना, चिन्तन और तर्क का विकास।
  • बाल विकास के आधार एवं उनको प्रभावित करने वाले कारक।
  • वंशानुक्रम, वातावरण (पारिवारिक, सामाजिक, विद्यालयी, संचार माध्यम) ।

अधिगम (सीखना) का अर्थ तथा सिद्धांत

  • अधिगम (सीखना) का अर्थ,
  • अधिगम को प्रभावित करने वाले कारक-बालक का शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य, परिपक्वता, सीखने की इच्छा, प्रेरणा, विषय सामग्री का स्वरूप, वातावरण, शारीरिक एवं मानसिक थकान।
  • अधिगम की प्रभावशाली विधियाँ-करक सीखना अनुकरण द्वारा सीखना, निरीक्षण करके सीखना, परीक्षण करके सीखना, सामूहिक विधियों द्वारा सीखना, सम्मेलन व विचार गोष्ठी विधि, प्रोजेक्ट विधि, समूह अधिगम ।
  • अधिगम के नियम- थार्नडाइक के सीखने के मुख्य एवं गौण नियम तथा सीखने-सिखाने में इनका महत्व।
  • अधिगम के प्रमुख सिद्धान्त तथा कक्षा शिक्षण में इनकी व्यावहारिक उपयोगिता।
  • थार्नडाइक का प्रयास एवं त्रुटि का सिद्धान्त।
  • पैवलय का सम्बद्ध प्रतिक्रिया का सिद्धान्त।
  • स्किनर का क्रिया प्रसूत अधिगम सिद्धान्त।
  • कोहलर का सूझ या अन्तर्दृष्टि का सिद्धान्त ।
  • प्याजे का सिद्धान्त।
  • व्योगास्की का सिद्धान्त।
  • ब्रूनर का सिद्धान्त।
  • सीखने का वक्र-अर्थ एवं प्रकार।
  • सीखने में पठार-अर्थ और कारण, निराकरण।
  • सीखने का स्थानान्तरण-अर्थ, प्रकार, सिद्धान्त एवं सीखने-सिखाने में स्थानान्तरण का महत्त्व ।

अभिप्रेरणा

  • अभिप्रेरण—–अर्थ, प्रकार एवं महत्त्व।
  • अभिप्रेरण की विधियाँ-रूचि, सफलता, प्रतिद्वन्द्विता, सामूहिक कार्य, प्रशंसा, पुरस्कार, ध्यान, खेल, सामाजिक कार्यक्रमों में सहभागिता, कक्षा का वातावरण।
  • सीखने-सिखाने के सन्दर्भ में तथा विद्यालयीय व्यवस्था के सन्दर्भ में समुदाय के सक्रिय सदस्यों, ग्राम शिक्षा समितियों / विद्यालय प्रबन्ध समिति तथा अन्य प्रकार की विद्यालयीय समितियों के सदस्यों का अभिप्रेरण।

ध्यान

  • ध्यान-अर्थ, प्रकार।
  • ध्यान को प्रभावित करने वाले कारक एवं बच्चों का ध्यान केन्द्रित करने के उपाय ।
  • रूचि अर्थ, प्रकार तथा बच्चों की रूचि का परीक्षण व उनमें रूचि उत्पन्न करने की विधियाँ ।
  • अधिगम में रूचि का महत्त्व ध्यान एवं रूचि का सम्बन्ध।

स्मृति

  • स्मृति अर्थ, प्रकार तथा अच्छी स्मृति के प्रभावी कारक।
  • विस्मरण का अर्थ, कारण एवं महत्व।

सांख्यिकी

  • सांख्यिकी – अर्थ, महत्त्व एवं आँकड़ों का रेखाचित्रीय निरूपण ।
  • माध्य, माध्यिका एवं बहुल।

शिक्षण अधिगम के सिद्धांत: (द्वितीय प्रश्न पत्र )

विषयवस्तु : शिक्षण अधिगम के सिद्धांत

1.शिक्षण का अर्थ तथा उद्देश्य

सम्प्रेषण

  • सम्प्रेषण का अर्थ
  • आवश्यकता एवं महत्त्व
  • सम्प्रेषण के घटक / कारक,
  • सम्प्रेषण के प्रकार
  • प्रभावी सम्प्रेषण के तरीके

शिक्षण के सिद्धांत

  • करके सीखने का सिद्धान्त
  • प्रेरणा का सिद्धान्त
  • रूचि का सिद्धान्त
  • निश्चित उद्देश्य का सिद्धान्त
  • नियोजन का सिद्धान्त
  • चयन का सिद्धान्त
  • वैयक्तिक भिन्नताओं का सिद्धान्त
  • लोकतन्त्रीय व्यवहार का सिद्धान्त
  • जीवन से सम्बन्ध स्थापित करने का सिद्धान्त
  • आवृत्ति का सिद्धान्त
  • निर्माण का मनोरंजन का सिद्धान्त
  • विभाजन का सिद्धान्त ।

शिक्षण के सूत्र

  • सरल से जटिल की ओर
  • ज्ञात से अज्ञात की ओर
  • स्थूल से सूक्ष्म की ओर
  • पूर्ण से अंश की ओर
  • अनिश्चित से निश्चित की ओर
  • प्रत्यक्ष से अप्रत्यक्ष की ओर
  • विशिष्ट से सामान्य की ओर
  • विश्लेषण से संश्लेषण की ओर
  • मनोवैज्ञानिक से तर्कसंगत की ओर
  • अनुभव से युक्तियुक्त (तर्कपूर्ण) की ओर
  • प्रकृति का अनुसरण ।

शिक्षण प्रविधियाँ

  • प्रश्नोत्तर प्रविधि
  • विवरण प्रविधि
  • वर्णन प्रविधि
  • व्याख्यान प्रविधि
  • स्पष्टीकरण प्रविधि
  • कहानी कथन प्रविधि
  • निरीक्षण एवं अवलोकन प्रविधि
  • उदाहरण प्रविधि
  • खेल / गतिविधि प्रविधि
  • समूह चर्चा प्रविधि
  • प्रयोगात्मक कार्य प्रविधि
  • वाद-विवाद प्रविधि
  • कार्यशाला प्रविधि
  • भ्रमण प्रविधि ।

शिक्षण की नवीन विधाएँ (उपागम)

  • बालकेन्द्रित शिक्षण
  • क्रिया / गतिविधि आधारित शिक्षण
  • रूचिपूर्ण / आनन्ददायी शिक्षण
  • सहभागी शिक्षण
  • दक्षता आधारित शिक्षण
  • उपचारात्मक शिक्षण
  • बहुकक्षा / बहुस्तरीय शिक्षण ।

सूक्ष्म शिक्षण एवं शिक्षण के आधारभूत कौशल

  • सूक्ष्म शिक्षण का अर्थ, आवश्यकता एवं महत्त्व एवं प्रकार
  • शिक्षण कौशल अर्थ
  • पाठ प्रस्तावना कौशल
  • उद्देश्य कथन कौशल
  • प्रश्न कौशल
  • व्याख्यान कौशल
  • सोदाहरण स्पष्टीकरण या दृष्टान्त कौशल
  • छात्र सहभागिता कौशल
  • उद्दीपन परिवर्तन कौशल
  • पुनर्बलन कौशल
  • श्यामपट्ट लेखन कौशल
  • पुनरावृत्ति कौशल
  • शिक्षण में एक से अधिक कौशलों एवं गतिविधियों का समावेश ।

अपेक्षित अधिगत स्तर

  • संकल्पना
  • अधिगम स्तर की सम्प्राप्ति में अधिगम अनुभवों का संयोजन
  • अपेक्षित अधिगम प्रतिफल का अधिगम के पुनर्बलन में महत्त्व ।

शिक्षण अधिगम सामग्री

  • अर्थ , आवश्यकता एवं महत्त्व
  • शिक्षण अधिगम सामग्री के प्रकार / वर्गीकरण
  • उत्तम शिक्षण अधिगम सामग्री की विशेषताएँ ।

शिक्षण अधिगम सामग्री के प्रकार

  • इन्द्रिय जनित अधिगम कराने हेतु विभिन्न पदार्थ / वस्तुएँ / क्रियायें यथा-स्पर्श, सूंघना, चखना।
  • दृश्य सामग्री
  • प्रशिक्षु एवं बच्चों द्वारा निर्मित सामग्री, बाजार से क्रय सामग्री
  • विभाग द्वारा प्रदत्त सामग्री यथा-ऑपरेशन ब्लैकबोर्ड किट, गणित किट, विज्ञान किट, पाठ्यपुस्तकें, प्रशिक्षण साहित्य, अनुपूरक अध्ययन सामग्री, शिक्षक सन्दर्षिका आदि,
  • प्रकृति से प्राप्त वस्तुएँ-जड़ें, बीज, सींके, पत्तियाँ, टहनियाँ, बालू, कंकण, पत्थर इत्यादि ।

उत्तम शिक्षण अधिगम सामग्री की विशेषताएँ

  • बिना लागत के प्राप्त
  • अल्प लागत
  • बहुउद्देश्यीय सामग्री यथा-एक से अधिक कक्षाओं में प्रयोग, एक से अधिक विषयों में प्रयोग, एक से अधिक पाठों / प्रकरणों में प्रयोग, विषयवार पाठ्यवस्तु के अनुरूप, शैक्षिक उपयोगिता ।
  • बच्चों की रूचि, आयु एवं मानसिक स्तर के अनुरूप
  • कक्षा व्यवस्था के अनुरूप सामग्री का आकार प्रकार
  • शिक्षण में आसानी से प्रयोग करने योग्य शिक्षण अधिगम सामग्री के निर्माण, प्रयोग तथा रखरखाव में सावधानियाँ ।

विज्ञान शिक्षण

विषयवस्तु : विज्ञान

  • सजीव वस्तुएँ : प्राकृतिक और मानव निर्मित वस्तुएँ तथा उनका वर्गीकरण, सजीव व निर्जीव वस्तुओं में अन्तर, पौधों और जन्तुओं में अन्तर व समानता। जन्तु व वनस्पतियों में वातावरणीय अनुकूलन ।
  • वनस्पति जगत: पौधों के विभिन्न भाग एवं उनके कार्य पौधों एवं जन्तुओं की उपयोगिता, पौधों के विभिन्न भागों का रूपान्तरण एवं उपयोग।
  • पौधों में प्रजनन व उसके प्रकार : अलैंगिक व लैंगिक जनन, पुष्प के भाग, परागण, निषेचन बीज तथा बीजों का प्रकीर्णन।
  • भौतिक मापन: आवश्यकता एवं विधियाँ स्टैंडर्ड M. K.S., or S. I. पद्धति, मापन में प्रयुक्त उपकरण जैसे- रेनगेज, थर्मामीटर आदि।
  • गति एवं बल : गति क्या है, गति के नियम, गति के प्रकार (यथा : रेखीय गति, वृत्तीय गति, घूर्णन गति, दोलन गति) चाल : परिभाषा, सूत्र व मात्रक ।
  • बल : पेशीय, गुरूत्वीय, चुम्बकीय, विद्युतीय, तथा घर्षण ।
  • पदार्थ एवं उसकी अवस्थायें :पदार्थ की अवस्थायें (यथा ठोस, द्रव व गैस) गुण एवं संरचना, पदाथो का घुलना, मिश्रण के प्रकार व मिश्रणों का पृथक्करण।
  • निम्नलिखित बिन्दुओं में से किसी एक पर मॉडल तैयार करना- भारत में वर्षा जल संचयन की प्रणाली पर मॉडल (राजस्थान एक केस स्टडी) ,गति के नियमों पर विभिन्न मॉडल,विद्युत चुम्बकीय बल के अनुप्रयोग (डोर बेल का मॉडल) अथवा कोई अन्य ।

गणित शिक्षण

विषयवस्तु : गणित

  1. संख्या तथा संख्यांक का बोध, अंकों का ज्ञान, स्थानीय मान ।
  2. गुणा तथा भाग की संकल्पना एवं संक्रियाएँ ।
  3. भिन्न की संकल्पना तथा गणितीय संक्रियाएँ।
  4. दशमलव संख्या की अवधारणा, दशमलव संख्या में प्रयुक्त अंकों का स्थानीयमान तथा गणितीय संक्रियाएँ।
  5. अपवर्तक (विभाजक), अपवर्त्य (गुणज), समापवर्तक तथा समापवर्त्य की अवधारणा ।
  6. लघुतम समापवर्त्य तथा महत्तम समापवर्तक की अवधारणा, भाज्य तथा अभाज्य संख्याओं का अर्थ ।
  7. प्रतिशत का अर्थ तथा संकेत तथा प्रतिशत ज्ञात करना ।
  8. अवर्गीकृत आँकड़ों का पिक्टो-ग्राफ, बार-ग्राफ तथा पाई-ग्राफ द्वारा निरूपण ।
  9. सजातीय तथा विजातीय बीजगणितीय व्यंजकों का बोध, इनका जोड़, घटाना।
  10. तल, तलखण्ड, बिन्दु, रेखा, वक्र, रेखाखण्ड, किरण तथा कोण की संकल्पना ।
  11. पटरी तथा परकार की सहायता से 60, 90 तथा 120 अंश का कोण बनाना।
  12. कोण के प्रकार (न्यूनकोण, समकोण तथा अधिककोण) ।
  13. त्रिभुज, आयत, वर्ग तथा वृत्त की अवधारणा तथा इनके अंगों की जानकारी।
  14. परिमिति का अर्थ ।

सामाजिक अध्ययन शिक्षण

विषयवस्तु :सामाजिक अध्ययन

इतिहास

  • इतिहास का अर्थ, महत्त्व एवं जानने के सोत, पुरातात्विक मुद्रा एवं अभिलेख, साहित्यिक विवरण, विदेशी यात्रियों का विवरण, तिथि निर्धारण पद्धतियों ।
  • पृथ्वी पर मानव की उत्पत्ति एवं विकास-पाषाण या प्रस्तर काल, ताम्र एवं कांस्य युग, लौह युग।
  • नदी घाटी की सभ्यताएँ – सिंधु घाटी की सभ्यता, मेसोपोटेमिया की सभ्यता, मिस्र की सभ्यता, चीन की सभ्यता।
  • वैदिक काल-पूर्व एवं उत्तर वैदिक काल |
  • महाजनपद काल-भारत के प्रारंभिक षोडश महाजनपदों का उल्लेख, मगध का साम्राज्य, सिकंदर का आक्रमण एवं उसका भारत पर प्रभाव।
  • उपनिषद्काल जैन व बौद्ध धर्म ।

भूगोल

  • सौरमण्डल-ग्रह, उपग्रह, क्षुद्रग्रह, आकाशगंगा, उल्कापिंड ।
  • मानचित्र अर्थ एवं दिशाओं का ज्ञान, मानचित्रण।
  • अक्षांश एवं देशान्तर रेखाएँ-क्या, कितनी और क्यों, GMT, IST, International Date Line, Time Zones, Prime Meridian. पृथ्वी ताप कटिबन्ध, गोलार्ध एवं ध्रुव ।
  • पृथ्वी की गतियाँ- परिभ्रमण, परिक्रमण-क्या, क्यों, कैसे एवं इसका परिणाम।
  • महाद्वीप, महासागर। एशिया महाद्वीप में भारत-स्थिति एवं विस्तार, पड़ोसी देश, धरातल, जलवायु, वनस्पति एवं वन्यजीव ।
  • खगोलीय संगठन – NASA & ISRO आदि।

नागरिक शास्त्र

  • ग्रामीण एवं नगरीय जीवन शैली।
  • ग्रामीण जीवन-पंचायती राज व्यवस्था-ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत, जिला पंचायत का गठन एवं मुख्य कार्य।
  • नगरीय जीवन-नगर पंचायत, नगर पालिका परिषद् नगर निगम का गठन एवं मुख्य कार्य।
  • जनपद स्तरीय प्रशासन-कानून व्यवस्था, भूमि व्यवस्था, नागरिक सुविधाओं का विकास-शिक्षा व्यवस्था, स्वास्थ्य व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था ।
  • यातायात एवं सुरक्षा सड़क यातायात के नियमों एवं संकेतों की जानकारी।
  • सड़क दुर्घटना के बचाव हेतु सावधानियाँ रेल यातायात रेलवे क्रासिंग के संकेतों की जानकारी।
  • रेलयात्रा करते समय सावधानियाँ ।
  • यातायात संकेतों की जानकारी।

अर्थ शास्त्र

  • अर्थशास्त्र एक परिचय– अर्थशास्त्र का अभ्युदय, विभिन्न अर्थशास्त्रियों के दृष्टिकोण में अर्थशास्त्र, प्रसिद्ध अर्थशास्त्रियों का अर्थशास्त्र में योगदान- एडम स्मिथ, एल्फ्रेड, मार्शल रॉबिन्स, जे.के. मेहता, अमर्त्य सेन आदि।
  • राष्ट्रीय आय, प्रति व्यक्ति आय, सकल घरेलू उत्पाद (GDP), शुद्ध घरेलू उत्पाद (NDP), सकल राष्ट्रीय उत्पाद (GNP), शुद्ध राष्ट्रीय उत्पाद (NNP), वैयक्तिक आय (Personal Income), व्यय योग्य आय (Disposable Income), राष्ट्रीय आय व आर्थिक विकास ।

हिन्दी शिक्षण

विषयवस्तु :

  • हिन्दी भाषा में ध्वनियों को सुनकर समझना एवं शुद्ध उच्चारण।
  • देवनागरी लिपि के समस्त लिपि संकेतों, स्वर, व्यंजन, संयुक्त वर्ण. संयुक्ताक्षर, मात्राओं का ज्ञान।
  • विलोम, समानार्थी, तुकान्त व समान ध्वनियों वाले शब्दों की पहचान ।
  • अल्प विराम, अर्धविराम, पूर्णविराम, प्रश्न वाचक. विस्मयबोधक, अवतरण चिन्ह, विराम चिन्ह का ज्ञान और उनका प्रयोग ।
  • लेखन शिक्षण की विधियाँ और लिखना, सीखने में ध्यान रखने योग्य बातें-बैठने का ढंग, आँखों से कागज की दूरी, कलम पकड़ने की विधि, शिरोरेखा, लिपि, अक्षर की सुडौलता और उपयुक्त नमूने, अभ्यास, सुलेख, अनुलेख श्रुतलेख ।

संस्कृत शिक्षण

विषयवस्तु :

  • आस-पास की वस्तुओं, पशु-पक्षियों के संस्कृत नाम की जानकारी।
  • संज्ञा, लिंग एवं वचन की जानकारी।
  • संज्ञा एवं सर्वनाम शब्दों के सभी विभक्तियों तथा वचनों का ज्ञान।
  • धातु रूप के अन्तर्गत लट् एवं लड़, लकार का प्रयोग ।
  • संज्ञा एवं सर्वनाम शब्द के अनुरूप क्रिया के प्रथम, मध्यम एवं उत्तम पुरूषों का प्रयोग।
  • सरल संस्कृत वाक्यों का हिन्दी में अनुवाद।
  • वन्दना एवं नीतिपरक वाक्यों का सस्वर वाचन।
  • श्लोकों तथा नीतिपरक वाक्यों का अर्थ ज्ञान।
  • एक से बीस तक की संस्कृत संख्याओं का ज्ञान ।
  • संभाव शिक्षण विधाएँ-शिक्षक प्रशिक्षुओं को गेम, वीडियो क्लिप, ऑडियो क्लिप, करके सीखना, उच्चारणाभ्यास, अनुकरण वाचन, सामूहिक कार्य, खेल, अभिनय, श्यामपट्ट, चार्ट, मॉडल, चित्र, शब्द कार्ड व पट्टिका के द्वारा गतिविधियाँ कराते हुए शिक्षण अधिगम सिखाना ।

कंप्यूटर शिक्षण

विषयवस्तु :

  1. Introduction to Computers
    • History & Development,
    • Definition of a Computer System,
    • Types of a Computer System,
    • Uses & Application area of Computers,
    • Advantages & Limitations of Computers,
    • Components of a Computers System,
    • Working on a Computer System,
  2. Working on Computers
    • Working with System Software (‘Operating System (OS)’ module only),
    • Working with Application Software (Hand on Practice over general applications),
    • Working with Multimedia, Internet, Introduction to Networking,
    • Introduction to the Internet, Working to the Internet,
    • Some useful Web tools, Using fee (Hindi) in Computing,
    • Using Software Applications for Documentation and Professional Use,
    • Need of I.T.Tools and their Priority over manual work,
    • Packages: Introduction & Basic Concept Types of Packages Introduction to Different Office Packages in the market,
    • Working with an Office Package (Microsoft’s Office 2007)
    • Working with MS Word, Working with MS Excel, Working with MS PowerPoint
    • Working with MS Access, Cyber safety, and IT/Cyber Laws,
  3. Experimental/Sessional work

कला शिक्षण

विषयवस्तु :

  • दृश्यकला, स्वतंत्र भाव प्रकाशन, सौन्दर्यानुभूति, रंगों का ज्ञान, रेखाओं का ज्ञान, आकार-प्रकार का ज्ञान देना,
  • हस्तकला, अनुपयोगी वस्तुओं से उपयोगी वस्तुओं का निर्माण, कोलाज निर्माण, मिट्टी के खिलौने बनवाना ।
  • चित्रकला के विभिन्न तरीकों एवं सामग्री का प्रयोग जैसे-पोस्टर, कलर, वाटर कलर, पेन्सिल, एवं रबड़, पेन एवं स्याही आदि।

संगीत शिक्षण

विषयवस्तु :

  • संगीत के परिभाषिक शब्द-स्वर, स्वरों के प्रकार, नाद, आरोह, अवरोह, पकड़, आलाप, लय, लय के प्रकार आदि का ज्ञान।
  • संगीत गायन में सहायक तालों का ज्ञान यथा-तीनताल, झपताल, रूपकताल, कहरवा ताल, दादरा, एकताल व चार ताल का परिचयात्मक ज्ञान।,
  • संगीत-वन्दना, भजन, स्थानीय लोकगीत, ऋतुओं एवं मौसम सम्बन्धी गीत, राष्ट्रीय एकता (देशगान, राष्ट्रगान) सम्बन्धी गीतों का ज्ञान ।
  • भारतीय संगीतज्ञों का जीवन परिचय ।
  • त्य/नाटक- लोकनृत्य, स्थानीय नृत्य, भावनृत्य, समसामयिक समस्याओं से, पाठ्यपुस्तक से एवं देशभक्ति से सम्बन्धित नाटक करवाना।

शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य

विषयवस्तु :

  • स्वास्थ्य शिक्षा
    • स्वास्थ्य शिक्षा का अर्थ क्षेत्र एवं उद्देश्य, स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले कारक, बच्चों की स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याएँ, स्वास्थ्य केन्द्रों की भूमिका, बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण और उसका अनुश्रवण, संक्रामक रोग, एवं टीकाकरण, पोलियो एवं एड्स जैसी घातक बीमारियों के बचाव हेतु जागरूकता सम्बन्धी कार्यक्रम । व्यक्तिगत स्वच्छता एवं शिक्षकों द्वारा नियमित निरीक्षण। विद्यालयीय स्वच्छता। प्राथमिक चिकित्सा एवं विभिन्न दुर्घटनाओं में प्राथमिक चिकित्सा का महत्त्व रेडक्रॉस रेडक्रॉस का परिचय एवं उपयोगिता ।
  • शारीरिक शिक्षा
    • खेल, व्यायाम तथा योगशरीर को वॉर्मअम करने वाली क्रियाएँ यथा-इधर-उधर दौड़ना। हाथ-पैर, धड़ का व्यायाम कौशल के अभ्यास हेतु लम्बी कूद, ऊँची कूद, जिमनास्टिक माचिंग गेंद एवं रस्सी कूद से सम्बन्धित क्रियाएँ। विभिन्न प्रकार की दौड़ 10मी… : 200मी., 400मी. 600मी.. 800मी. की दौड़, रिले दौड़, बाधा दौड़ ध्यान एवं विभिन्न प्रकार के योगसान एवं प्राणयाम यथा-मस्त्रिका, कपालभाति, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी और उद्गीथ तथा उनके लाभ। लेजिम एवं डम्बल द्वारा किये जाने वाले व्यायाम । विभिन्न प्रकार के थ्रो गोला फेंक, चक्का फेंक खेल कबड्डी, खो-खो, फुटबाल, हॉकी, बॉलीबाल, बैडमिटन । अमरूद दौड़, छुआ-छुअव्वल, एक टांग पर दौड़, चूहा -बिल्ली, गेंद-तड़ी, छाया- पकड़ ।
  • स्काउटिंग / गाइडिंग
    • स्काउट मास्टर / गाइड कैप्टन बनने सम्बन्धित दक्षताओं हेतु प्रथम एवं द्वितीय सोपान परीक्षा कब / बुलबुल, बालवीर / वीरवाला प्रवेश एवं विकास क्रम कब / बुलबुल, प्रथम चरण- कोमल पंख कब / बुलबुल, द्वित्तीय चरण-रजत पंख कब / बुलबुल, तृतीय चरण-स्वर्ण पंख । कब / बुलबुल, चतुर्थ चरण- हीरक पंख ।