D.EL.ED
D.EL.ED पाठ्यक्रम प्रदेश में प्राथमिक स्तर पर शिक्षक प्रशिक्षण के लिए दो वर्षीय सेवापूर्व प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए चलाया जाता है। जिसे डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन के नाम से जाना जाता है। यह प्रशिक्षण पाठ्यक्रम प्रदेश के 72 डायट एवं अन्य मान्यता प्राप्त निजी संस्थानों में चलाया जाता है ।पूर्व में यही पाठ्यक्रम बेसिक टीचर सर्टिफिकेट (बीटीसी) के नाम से जाना जाता था।डीएलएड सेवा पूर्व कार्यक्रम है। D.EL.ED का पूरा नाम डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन है जो प्राथमिक शिक्षकों को प्रशिक्षण प्रदान करने के उद्देश्य से 2 साल के डिप्लोमा पाठ्यक्रम पर आधारित है यह प्राथमिक विद्यालयों में कक्षा ( 1-5) तक छात्रों को पढ़ाने के लिए सेवापूर्व प्रशिक्षण प्रदान करता है। स्नातक परीक्षा न्यूनतम 50% औसत अंक के साथ उत्तीर्ण करने वाले उम्मीदवार D.EL.ED करने के पात्र होते हैं तथा वे डी.एल.एड. कॉलेजों में प्रवेश के लिए आवेदन कर सकते हैं यह पाठ्यक्रम पूर्ण कालिक अर्थात संस्थान में उपस्थित होकर तथा दूरस्थ शिक्षा के रूप में भी किया जा सकता है
D.EL.ED पाठ्यक्रम में कुछ राज्यों में प्रवेश परीक्षा तथा कुछ राज्यों में मेरिट सूची के आधार पर दाखिला लिया जाता है।
D.EL.ED पाठ्यक्रम की फीस संस्थान के स्वामित्व के आधार पर अलग-अलग होती है ।
सरकारी संस्थानों में D.EL.ED पाठ्यक्रम की फीस ₹10000 (उत्तर प्रदेश) तथा निजी स्वामित्व ( प्राइवेट संस्थानों) में पाठ्यक्रम की फीस 45000 से 50000 रुपए हो सकती है।
डी.एल.एड क्या है
यह डिप्लोमा स्तर का पाठ्यक्रम है जो स्नातक के बाद किया जा सकता है । D.EL.ED 2 साल का पाठ्यक्रम है जो उम्मीदवारों या प्रशिक्षुओं को प्राथमिक स्तर के छात्रों को पढ़ाने के लिए प्रशिक्षण प्रदान करता है।
डीएलएड किसे करना चाहिए
- शिक्षण क्षेत्र में कार्य करने वाले तथा रोजगार प्राप्त करने वाले छात्र इस पाठ्यक्रम में दाखिला ले सकते हैं ।
- प्राथमिक स्तर पर शिक्षा एवं शिक्षा प्रणाली में सुधार करने की इच्छा रखने वाले छात्र डी. एल. एड का विकल्प चुन सकते।
- शिक्षा के क्षेत्र में अनुसंधान व शोध की सहायता के नई शिक्षण विधेयक के विकास में सहयोग देने हेतु यह एक अच्छा व महत्वपूर्ण चुनाव हो सकता है।
प्री डी.एल.एड क्या है
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प्रवेश प्रक्रिया
डीएलएड पाठ्यक्रम मे प्रवेश राज्यों में अलग अलग माध्यम से होता है जहाँ उत्तर प्रदेश तथा पश्चिम बंगाल इस पाठ्यक्रम में प्रवेश मेरिट सूची के आधार पर करता है वहीं दूसरी ओर बिहार ओडिशा और असम आदि राज़ इस पाठ्यक्रम में दाखिले हेतु प्रवेश परीक्षा का आयोजन कराते हैं।
शैक्षिक अहर्ता
- डीएलएड प्रशिक्षण में आवेदन के लिए ऐसे अभ्यर्थी ऑनलाइन आवेदन के पात्र होंगे जिन्होंने माध्यमिक शिक्षा परिषद प्रयागराज उत्तर प्रदेश अथवा सी.बी.एस.सी अथवा आई.सी. एस .सी बोर्ड से मान्यता प्राप्त संस्थानों से हाई स्कूल एवं इंटरमीडिएट व उसके समकक्ष घोषित परीक्षा मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या महाविध्यालय से स्नातक परीक्षा नियंत्रण प्रसाद सुरक्षित अंकों के साथ उत्तीर्ण की हो ।
- ST/SC/OBC/PWD/Freedom Fighter /Ex-Services man Dependent के अभ्यर्थियों को न्यूनतम अंकों मे 05% की छूट होगी
आवेदन हेतु दिशा निर्देश
- डीएलएड पाठ्यक्रम में दाखिला लेने हेतु सर्वप्रथम ऑनलाइन आवेदन करना अनिवार्य है।
- ऑनलाइन आवेदन पत्र भरने से पूर्व अभ्यर्थियों को निर्धारित न्यूनतम शैक्षिक एवं आयु संबंधी अहर्ता की जांच कर लेना अनिवार्य है।
- अभ्यर्थी निर्धारित अहर्ताए पूर्ण होने पर ही d.El.Ed पाठ्यक्रम के लिए आवेदन करें।
- आवेदन मात्र ऑनलाइन माध्यम से ही स्वीकार्य होंगे अन्य किसी माध्यम से आवेदन स्वीकार या मान्य नहीं होंगे।
चयन
डीएलएड प्रशिक्षण हेतु एनसीटीई द्वारा डाइट एवं निजी संस्थान हेतु अनुमन्य सीटों पर चयन मेरिट द्वारा किया जाएगा।
प्रशिक्षण हेतु आवेदन प्रक्रिया
- वर्तमान प्रशिक्षण सत्र में दाखिला लेने हेतु अभ्यर्थी को निर्धारित दिनांक के मध्य परीक्षा नियामक अधिकारी उत्तर प्रदेश द्वारा जारी किए गए ऑनलाइन आवेदन पत्र को भरकर आवेदन शुल्क के लिए निर्धारित दिनांक तक जमा करना अनिवार्य है।
- आवेदन पूर्ण करने के पश्चात आवेदन प्रति अवश्य प्रिंट कर लें।
- इसके बाद परीक्षा नियामक प्राधिकारी द्वारा अभ्यर्थियों को रैंक कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा जिसमें अभ्यर्थियों को उनकी रैंक के अनुसार प्रदेश की मेरिट के अनुसार राज्य स्तरीय रैंक निर्धारित की जाती है।
- जिसके पश्चात अभ्यर्थियों को अपनी रैंक अनुसार प्रशिक्षण संस्थानों के विकल्प चुनने का अवसर प्रदान किया जाता है ।
- PNP द्वारा संस्थान आंटित करने के पश्चात अभ्यर्थी को चयनित संस्थान में प्रवेश हेतु ऑन-लाइन प्रशिक्षण शुल्क समय पर जमा कराना अनिवार्य है। तत्पश्चात् वह अपना आवंटन पत्र (Allotment Letter) डाउनलोड़ कर सकता है, जो अभिलेखीय जाँच के लिए अनिवार्य है।
- अंत में निर्धारित काउंसलिंग चरण में अभ्यर्थी को आंवटित संस्थान में जा कर अभिलेखीय जाँच व प्रवेश की अन्य कार्यवाही कराना अनिवार्य है।
- सभी चरणों के सफलतापूर्वक पूर्ण होने पर अभ्यर्थी आवंटित संस्थान दाखिला प्राप्त कर लेता है।
अभिलेखीय जाँच हेतु आवश्यक दस्तावेज
- अलॉटमेन्ट पत्र
- फीस जमा रसीद
- ऑनलाइन आवेदन पत्र
- हाईस्कूल अंकपत्र
- हाईस्कूल प्रमाण पत्र
- हाईस्कूल अंकपत्र / प्रमाणपत्र
- इंटर अंकपत्र / प्रमाणपत्र
- इंटर अंकपत्र / प्रमाण पत्र
- स्नातक समस्त सेमेस्टर/वर्षवार अंकपत्र
- . प्रोविजिनल प्रमाण पत्र
- स्नातक प्रमाण पत्र
- . जाति प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- भू.पू.सैनिक /डी.एफ.एफ /विकलांगता प्रमाण पत्र